अंबाला। किसानों का 13 फरवरी को दिल्ली कूच अब आमजन के लिए मुसीबत बन गया है। पंजाब सीमा सील होने पर सैकड़ों वाहनों के लिए चलना मुश्किल हो गया। शनिवार को इसका ज्यादा असर पंजाब जाने वाले मुख्य मार्ग यानी शंभू टोल का रास्ता पूरी तरह से बंद होने पर दिखा। एक ओर जहां चंडीगढ़ जाने वाले मार्ग पर कई किलोमीटर तक वाहनों की कतारें लग गई। वहीं, पंजाब बॉर्डर की सीमा से सटे गांवों की तरफ से आने-जाने वाले लोग पैदल ही घग्गर नदी पर लगा पुलिस का पथरीला नाका ही जान जोखिम में डालते नजर आए। स्थिति यह रही कि महिलाओं से लेकर बुजुर्ग तक पुलिस मुलाजिमों के समक्ष रोष प्रकट करते हुए और नोकझोंक के बाद इसी नाकाबंदी को पार करने में जुट गई। इस बीच एक चूक उन्हें घग्गर नदी की 60 फीट गहराई में नीचे पत्थरों में गिरा सकती थी।
डीसी डॉ. शालीन ने बताया कि किसानों की ओर से 13 फरवरी को किए जाने वाले दिल्ली कूच के लिए संदिग्ध लोगों की सूची तैयार की जा रही है। लोगों को इस संबंध में जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि दिल्ली कूच के मामले में दो नंबरदारों के संलिप्त होने की जानकारी मिली है, जिनमें से एक नंबरदार छावनी का और दूसरा शहर क्षेत्र का है। इन्हें कारण बताओ नोटिस दिया है।हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने शंभु बोर्ड, सद्दोपुर बॉर्डर का निरीक्षण करते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से किए इंतजामों का जायजा लिया। उनके साथ आईजी अंबाला रेंज सिबास कविराज, एसपी जश्नदीप सिंह रंधावा, डीसी डॉ.शालीन थे। पुलिस का कहना है कि बीते दो दिन पहले जहां से किसानों के आने की आशंका है, उन स्थानों को चिह्नित करते हुए कई स्थानों पर नाके लगाने बारे भी निर्देश दिए हैं।
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