आदरणीय राजयोगिनी कृष्णा दीदी जी के श्रद्धांजलि सभा के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम

0
10
A special program on the occasion of the tribute meeting of respected Rajyogini Krishna Didi Ji.

jammutimesnews:- ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय राजयोग केंद्र शाखा साहा द्वारा आदरणीय राजयोगिनी कृष्णा दीदी जी के श्रद्धांजलि सभा के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन साहा आश्रम प्रभारी राजयोगिनी प्रतिभा दीदी जी के कुशल नेतृत्व में किया गया। जिसका विषय सफल जीवन के लिए दुआओं का महत्व रहा।

कार्यक्रम प्लॉट नंबर 81, सेक्टर-1, इंडस्ट्रियल एरिया, साहा में आदरणीय संजय गुप्ता जी की फैक्ट्री में किया गया। Brahma Kumari Divine University Rajyoga Center Branch Saha

मुख्य वक्त राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी नीति दीदी ब्रह्मकुमारीज शाहाबाद आश्रम प्रभारी जी ने कहा हमारा जीवन प्रारंभ होता है सुबह की दिनचर्या से सुबह हम खाना खाते हैं। अन्न के लिए कहावत है जैसा अन्न होगा वैसा मन होगा। लेकिन अन्न के लिए भी तो धन चाहिए तो मेरे घर में जो धन आ रहा है उस धन का बहुत बड़ा रोल है दुआएं कमाने में। हमारे पास जहां से धन आया क्या वह किसी को धोखा देकर तो नहीं आया या फिर वह किसी से ज़बरदस्ती तो नहीं लिया या फिर किसी को दुख देकर तो नहीं आया। क्या वह धन हमारे पास खुशी-खुशी आया है अगर वह धन खुशी-खुशी से हमारे पास आएगा तो हमारे घर के सभी सुखों को बढ़ाएगा।

उस खुशी से कमाए हुए धन से हमारा अन्न भी हमारे मन को खुशी ही देगा। आज हम सभी को अपने संकल्प समय स्वास को सकारात्मक कार्यों में लगाने की आवश्यकता है। हमारा एक-एक संकल्प हमारे भविष्य की रचना करता है हमारा हर सेकंड बहुत कीमती है इसलिए हमें उसे व्यर्थ नहीं गवाना चाहिए। यह मनुष्य जीवन उस ईश्वर की देन है इसलिए हमारे स्वास स्वास में उस ईश्वर की याद समाई होनी चाहिए। उन्होंने सभा में मौजूद हर सदस्य है हाथ जोड़कर क्षमा याचना कराते हुए कहा कि में अपने हर उस कर्म के लिए दिल से हाथ जोड़कर क्षमा मांगता हूं जिसके कारण किसी का भी दिल दुखा हो।

राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी आशा दीदी ज़ोनल कोऑर्डिनेटर, पंजाब ज़ोन जी ने कहा चोर भी चोरी करने से पहले मन में चोर बनता है। हम अपनी वृत्तियों के आगे सर झुकाते हैं। पहले बुद्धि रूपी बर्तन को साफ़ करो। अगर हम बुद्धि रूपी बर्तन में दुआओं का खाता जमा करना चाहते है तो इस बुद्धि में जो गंदगी है पहले वो साफ़ करो। आप सबको बुद्धि रूपी बर्तन को साफ करने के लिए तीन फैक्ट्री लगानी है। पहली फैक्ट्री अपने दिमाग में आइस फैक्ट्री लगानी है हमें अपने दिमाग को हर परिस्थिति में बहुत ठंडा रखना है, अपने मन को शांत शीतल रखना है। Brahma Kumari Divine University Rajyoga Center Branch Saha

दूसरी फैक्ट्री हमें अपने मुख में शुगर फैक्ट्री लगानी है। हमारे मुख से सिर्फ मीठे बोल वह सबको दुआएं देने वाले बोल ही निकले कोई सामने वाला कितना भी कड़वा बोल रहा हो पर मुझे मुख से मीठे बोल ही बोलने हैं। सामने वाला चाहे सौ गाली दे पर मेरे मुख से मीठे शब्द ही निकले। तीसरी फैक्ट्री है दिल में लव फैक्ट्री मेरे दिल में सब के प्रति प्यार हो शुभकामना हो शुभभावना हो। सबके प्रति प्रेम भाव हो किसी भी प्रकार का नेगेटिव संकल्प मेरे मन में आए ही नहीं। सब के प्रति आत्मिक प्यार जागृत करो आत्मिक प्यार सुख चैन देता है दैहिक प्यार धोखा देता है।

राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी रानी दीदी जी ने भी सबका कार्यक्रम में आने के लिए बहुत-बहुत आभार प्रकट किया एवं सबको कहा कि अपने जीवन का लक्ष्य बना लो सच्ची दुआएं कमाना। जो हम कारोबार धंधा आदि करते हैं वह करते-करते ही हमें सच्ची दुआएं कमानी है।

इस अवसर पर विभिन्न केन्द्रों से ब्रह्माकुमारीज बहनें आई वे लगभग 250 से अधिक लोगों ने इसका लाभ लिया। कार्यक्रम में शहर की जानी मानी हस्तियां भी मौजूद रही। रायपुर रानी केंद्र से पधारे राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी किरण दीदी ने अपने गीतों द्वारा सबको मंत्रम मुक्त किया। बहुत सुंदर योग की कमेंट्री के साथ कार्यक्रम समाप्त किया गया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here