हरियाणा विधानसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच आज अचानक तड़के राहुल गांधी करनाल पहुंचे। यहां उन्होंने एक युवक के परिवार से मुलाकात की, जिससे वह अपने अमेरिका दौरे के दौरान मिले थे। इतना ही नहीं, राहुल ने युवक के घर पहुंचकर उसे अमेरिका में वीडियो कॉल कर सबूत भी दिया।
राहुल गांधी करनाल जिले के घोघड़ीपुर गांव में सुबह करीब साढ़े 5 बजे अचानक पहुंचे। राहुल के इस दौरे के बारे में न तो स्थानीय कांग्रेस नेताओं को सूचना थी, और न ही पुलिस प्रशासन को। वह इतनी सुबह अचानक पहुंचे कि सभी दंग रह गए।
बात दें कि अमेरिका दौरे के दौरान राहुल गांधी की मुलाकात अमित कुमार नाम के एक लड़के से हुई थी। वह घोघड़ीपुर गांव का ही रहने वाला है। अमित का कुछ समय पहले अमेरिका में एक्सीडेंट हो गया था। इसके बाद वह अस्पताल में ही भर्ती है।
राहुल ने किया था वादा
अमेरिका में मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने अमित से वादा किया था कि वह जब वापस भारत जाएंगे तो उसके घरवालों से जरूर मिलकर आएंगे और युवक से वहां पहुंचकर वीडियो कॉलिंग भी करेंगे। राहुल गांधी अपने वादे के अनुसार आज सुबह घोघड़ीपुर में अमित कुमार के घर पहुंच गए।
वहां वह अमित की मां बीरमती और पिता बीर सिंह से मिले। राहुल गांधी यहां से करीब 7.10 बजे निकले। यहीं से राहुल गांधी ने अमित को वीडियो कॉलिंग भी की। बीरमती ने राहुल गांधी को बताया कि उनका बेटा करीब डेढ़ साल पहले अमेरिका गया था, और वहीं काम करता है। कुछ ही दिन पहले उसका वहां एक्सीडेंट हो गया था। इससे हमारी भी चिंता बढ़ गई थी।
देश का राजा गरीब की कुटिया में आया, यह बड़ी बात
अमित की मां बीरमती ने कहा, ‘सुबह 5 बजे पहले राहुल के बॉडीगार्ड आए। उन्होंने हमें सोते से उठाया था। इसके बाद करीब 6 बजे राहुल गांधी पहुंचे थे। वह करीब डेढ़ घंटा यहां रुके। उन्होंने परिवार का हाल पूछा और वीडियो कॉल पर अमेरिका में अपने ही मोबाइल से अमित से भी बात की। बड़ी बात यह है कि देश के राजा गरीब की कुटिया में आए। उन्होंने हाल पूछा। यह सबसे बड़ी बात है हमारे लिए।’
उन्होंने कहा कि उन्हें अमित ने राहुल के अमेरिका में मिलने के बारे में बताया था। उसने फोटो भी भेजी थी। बीरमती कहती हैं, ‘अमित करीब डेढ़ साल पहले अमेरिका गया था। वह अविवाहित है। उसके बड़े भाई का नाम अजीत है। उसके 2 बच्चे हैं। अमित के पिता की करीब 7 साल पहले मौत हो चुकी है।’
वहीं, ग्रामीण नीटू मान और सतेंद्र मान ने कहा, ‘राहुल गांधी जब अमेरिका गए तो वहां अमित से मिले। जब उन्हें पता चला कि यह एक्सीडेंट का केस है तो उन्होंने उसे हाथ से पकड़कर उठाया था। वह वादा कर आए थे कि देश जाकर तेरी मां से जरूर मिलूंगा। उन्होंने वादा पूरा किया। हम तो मानते हैं कि सबसे बड़ी बात यह है कि उन्होंने मानवता दिखाई है।’
अचानक आए राहुल गांधी
राहुल गांधी के अचानक दौरे से पुलिस महकमे में भी खलबली मच गई। उनके आने की सूचना महज कुछ ही अधिकारियों को थी। यहां तक कि कांग्रेस के स्थानीय नेताओं को भी इसके बारे में नहीं पता था। हालांकि, नेताओं ने समय पर पहुंचकर राहुल गांधी से मुलाकात की जुगत तो लगाई, लेकिन तब तक राहुल गांधी निकल चुके थे।
देसी घी और चूरमा ले गए राहुल गांधी
बताया जा रहा है कि एक घंटा 20 मिनट तक राहुल गांधी अमित के घर पर रुके। यहां उन्होंने उसके परिवार से बात की और हालचाल भी जाना। उन्होंने अमित के घर से देसी घी और चूरमा भी पैक करवाया और अपने साथ ले गए। राहुल गांधी दिल्ली से सीधे यहां आए थे।
जमीन बेचकर डंकी से गया था अमेरिका
ग्रामीणों ने बताया है कि अमित करीब डेढ़ साल पहले अपनी जमीन बेचकर डंकी के जरिए अमेरिका गया था। वह वहां ट्रक ड्राइवर है। वहीं पर उसका मेजर एक्सीडेंट हुआ था। गांव से ही एक युवक है तेजी मान, उसी ने अमेरिका में अमित को संभाला था और अभी अमित की हालत ठीक है।
वहां राहुल गांधी पहुंचे थे और अमित से मिले थे। ग्रामीणों ने बताया कि गांव के युवा विदेश की ओर जा रहे है, क्योंकि यहां रोजगार ही नहीं है।
सुरक्षा दृष्टि से फोर्स तैनात
राहुल गांधी के आने की सूचना के बाद करनाल पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई। इसके बाद सुरक्षा की दृष्टि से गांव में अमित के घर के बाहर फोर्स तैनात कर दी गई।
ग्रामीणों का लगा तांता
राहुल गांधी के आने की खबर गांव में आग की तरह फैल गई और अमित के घर पहुंचने वालों का तांता लग गया। भारी संख्या में ग्रामीण अमित के घर पहुंचे। पहली बार राहुल गांधी इस गांव में आए।
वीरेंद्र राठौर से भी मिले राहुल गांधी
Rahul Gandhi suddenly arrived in a village in Haryana, fulfilling his promise by meeting the family of his injured friend in America. There, he met Amit’s mother, Beermati, and father, Beer Singh. Rahul Gandhi then proceeded to visit the farm house of Veerendra Rathore, the Congress candidate from Gurgaon constituency, where he discussed election campaigning with him.
This report got me thinking about comparable scenarios in other regions.
It would be intriguing to see a cross-cultural examination of how different localities are tackling
this challenge.