jammutimesnews. – Srinagar. जम्मू-कश्मीर में लोकसभा चुनाव को लेकर घाटी की राजनीति में एक के बाद एक उथल-पुथल देखी जा रही है। शनिवार को एक नया मोड़ उस समय देखने को मिला जब भाजपा के जम्मू-कश्मीर के प्रभारी तरुण चुघ श्रीनगर में पार्टी के स्थापना दिवस में शामिल होने के लिए पहुंचे और दोपहर को अचानक अपनी पार्टी के अध्यक्ष मो. अल्ताफ बुखारी के लाल चौक आवास पर जा पहुंचे।
सूत्रों के अनुसार तरुण चुघ ने अल्ताफ बुखारी के साथ मुलाकात की और इस बैठक में दोनों नेताओं के साथ पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन भी शामिल हुए। हालांकि बैठक में क्या ठोस निकलकर सामने आया इसपर लगभग सबने बात करने से इंकार कर दिया। बैठक के बाद ऐसे संकेत सामने आ रहे हैं कि भाजपा कश्मीर में कोई भी उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारेगी। बारामुला सीट पर वो पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के सज्जाद लोन और अनंतनाग-राजोरी सीट पर अपनी पार्टी के जफर इकबाल मन्हास को समर्थन देगी।
वहीं, अल्ताफ बुखारी ने कहा, जनाब मेरी तबीयत ठीक नहीं थी। लोग मेरा हालचाल पूछने के लिए आए थे। इसका सियासत के साथ कोई लेना देना नहीं। मैं कुछ दिनों से अच्छा महसूस नहीं कर रहा है।
घाटी में नेकां व पीडीपी ने अलग-अलग चुनाव लड़ने का लिया है फैसला
राजनीतिक दलों की ओर से अपने उम्मीदवारों की घोषणा करने से अब तक कई रोचक घटनाक्रम सामने आए हैं। कभी पीएजीडी के दो मुख्य घटक दलों – नेकां व पीडीपी ने अलग-अलग चुनाव लड़ने का फैसला लिया। जहां एक ओर नेकां ने अपने अनंतनाग-राजोरी सीट के लिए मियां अल्ताफ के नाम की घोषणा की वहीं, अभी तक पीडीपी ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। ये भी अटकलें लगाई जा रही थी कि अल्ताफ बुखारी के नेतृत्व वाली अपनी पार्टी, गुलाम नबी आजाद के नेतृत्व वाली डीपीएपी और सज्जाद लोन के नेतृत्व वाली पीपुल्स कांफ्रेंस एक दूसरा एलायंस बनाते हुए घाटी में एक साथ चुनाव लड़ेंगी, लेकिन इसमें भी उलट देखने को मिला। जबकि पीपुल्स कॉन्फ्रेंस पहले ही सज्जाद लोन को बारामुला सीट से उम्मीदवार घोषित कर चुकी थी। इसके बाद डीपीएपी ने आजाद के नाम की घोषणा अनंतनाग-राजोरी सीट के लिए की। फिर अपनी पार्टी ने इसी सीट के लिए जफर इकबाल मन्हास और श्रीनगर सीट के लिए अशरफ मीर के नाम की घोषणा की। इससे साफ हो गया कि यह गठबंधन भी रास नहीं चढ़ा।
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