मंदिरों में रामायण का पाठ रखा गया,श्री दक्षिण पंचमुखी हनुमान मंदिर में अखंड रामायण का पाठ रखा गया

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jammutimesnews: करनाल : मंदिरों में रामायण का पाठ रखा गया है श्री दक्षिण पंचमुखी हनुमान मंदिर में अखंड रामायण का पाठ रखा गया है जो 22 अप्रैल शाम 4:15 से लेकर 23 अप्रैल 7:15 तक चलेगा जिसमें श्रद्धालुओं को रामायण का पाठ सुनाया जाएगा और साथ में हनुमान जी के जन्म कथा भी सुनाई जाएगी पंडित अजीत शास्त्री ने रामायण पाठ करते हुए श्रद्धालुओं को बताया कि किस तरह से रावण चलकर के माता सीता को हर ले गया था और राम जी की हनुमान से मुलाकात हुई थी और उसके बाद हनुमान और उनकी सेवानंद सी राम जी के साथ लंका जाते हैं और रावण का वध करके माता सीता को मुक्त करते हैं साथ में उन्होंने हनुमान जी की जन्म कथा का भी वर्णन किया उन्होंने बताया कि वेदों और पुराणों के अनुसार, पवन पुत्र हनुमान जी का जन्म चैत्र मंगलवार के ही दिन पूर्णिमा को नक्षत्र व मेष लग्न के योग में हुआ था। इनके पिता का नाम वानरराज राजा केसरी थे। इनकी माता का नाम अंजनी थी। रामचरितमानस में हनुमान जी के जन्म से संबंधित बताया गया है कि हनुमान जी का जन्म ऋषियों द्वारा दिए गए वरदान से हुआ था।


मान्यता है कि वानर राज केसरी प्रभास तीर्थ के पास पहुंचे। वहां उन्होंने ऋषियों को देखा जो समुद्र के किनारे पूजा कर रहे थे। तभी वहां एक विशाल हाथी आया और ऋषियों की पूजा में खलल डालने लगा। सभी उस हाथी से बेहद परेशान हो गए थे। वानरराज केसरी यह दृश्य पर्वत के शिखर से देख रहे थे। उन्होंने विशालकाय हाथी के दांत तोड़ दिए और उसे मृत्यु के घाट उतार दिया। ऋषिगण वानरराज से बेहद प्रसन्न हुए और उन्हें इच्छानुसार रूप धारण करने वाला, पवन के समान पराक्रमी तथा रुद्र के समान पुत्र का वरदान दिया। उन्होने हनुमान जयंती का महत्व बताया कि हनुमान को भगवान शिव के 11वें रुद्र अवतार के रूप में माना जाता है और उन्हें शक्ति, ज्ञान, वीरता, बुद्धिमत्ता और निस्वार्थ सेवा के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है। उन्हें जीवन भर ब्रह्मचर्य का पालन करने वाला एक अमर माना जाता है और जो सभी प्रकार के नकारात्मक प्रभावों या प्रलोभनों को रोकने की शक्ति रखता है। उन्होंने जो अपना जीवन भगवान राम और सीता को समर्पित कर दिया, उन्होंने बिना किसी उद्देश्य के कभी भी अपनी ताकत या वीरता नहीं दिखाई। इस प्रकार के पुण्यों को प्राप्त करने के लिए हनुमान की पूजा करनी चाहिए। @jammutimesnews.com

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