jammutimesnews:- किसानों के विरोध प्रदर्शन के बारे में बात करते हुए पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री कोशिश करें तो वह किसानों का दिल जीत सकते हैं. पंधेर ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “बैठक के बाद 200 यूनियनों के साथ चर्चा होगी, उसके बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा. अन्य किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने दावा किया कि पुलिस कार्रवाई में लगभग 60 युवा किसान घायल हो गए. संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) का प्रतिनिधित्व करने वाले डल्लेवाल ने कहा कि केंद्र किसानों की मांगों के प्रति कोई गंभीरता नहीं दिखा रहा. उन्होंने कहा, ‘हम अपने विचार रखना चाहते हैं. कोई नयी मांग नहीं है और ये सरकार द्वारा की गई प्रतिबद्धताएं हैं.’
दिल्ली की ओर कूच कर रहे किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़कर ”हमला”
किसान नेताओं ने मंगलवार को नरेन्द्र मोदी सरकार की आलोचना करते हुए दावा किया कि उसने दिल्ली की ओर कूच कर रहे प्रदर्शनकारियों पर अंबाला के पास आंसू गैस के गोले छोड़कर ”हमला” किया, जिसमें 60 लोग घायल हो गए. पंजाब के किसानों को दो सीमा बिंदुओं पर आंसू गैस के गोले का सामना करना पड़ा, जिनमें से कुछ ड्रोन द्वारा गिराए गए. यह तब हुआ जब किसानों ने राष्ट्रीय राजधानी की ओर जाने की कोशिश के दौरान हरियाणा पुलिस द्वारा लगाए गए अवरोधकों को तोड़ने का प्रयास किया.
शंभू बॉर्डर पर किसान नेता ने मीडिया कर्मियो से कहा…….
शंभू बॉर्डर पर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने मीडिया कर्मियो से कहा, “भारत के इतिहास में आज का दिन काला दिन है. जिस तरह से मोदी सरकार ने किसानों और खेतिहर मजदूरों पर हमला किया, वह शर्मनाक है.” पंधेर ने कहा, ”आज भी हम कहते हैं कि हम देश के किसान और मजदूर हैं तथा हम कोई लड़ाई नहीं चाहते.” उन्होंने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और कर्ज माफी की कानूनी गारंटी की किसानों की मांग दोहराई. पंधेर ने कहा कि जब किसी ने उनकी बात नहीं सुनी तो किसानों को सड़कों पर उतरने और दिल्ली तक मार्च करने के लिए मजबूर होना पड़ा. उन्होंने दावा किया कि उनका आंदोलन शांतिपूर्ण रहा है. किसान नेता ने कहा, ‘अभी शाम हो गई है. हम अपने युवाओं से कहेंगे कि दोनों तरफ से संघर्ष रुकना चाहिए. कल हम फिर देखेंगे.’